
भारत में हिंदी का काफी महत्व है और बिना हिंदी के हमारा कोई भी अस्तित्व नही। लेकिन तमिलनाडु के मेट्टुल के पास से करूमलाइकूडल के रहने वाले एक किसान थंगावेल ने बीते शनिवार को खुद को आग लगा दी है। बता दें कि थंगावेल सलेम जिले के डीएमके कार्यालय के बाहर हिंदी थोपने को लेकर एक बैनर के साथ प्रदर्शन कर रहे थे और उस बैनर में लिखा गया था कि मोदी सरकार, केंद्र सरकार हमें हिंदी नहीं चाहिए और जानकारी के मुताबिक थंगावेल ने कथित तौर पर अपने शरीर में पेट्रोल डालकर आग लगा दी है। जिससे कि उसकी मौत हो चुकी है। बता दें कि थंगावेल हिंदी को शिक्षा के माध्यम के रूप में लाने से कथित केंद्र के कदम से व्यथित थे इसलिए उन्होंने ऐसा कदम उठाया और वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने निशाना साधा।उन्होंने कहा कि यह लड़ाई तब तक नहीं रुकेगी जब तक केंद्र सरकार के कानों में हमारी मांग नहीं पहुंचती। बता दें कि बीते अक्टूबर माह में स्टालिन द्वारा विधानसभा में हिंदी थोपने के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया गया था।
