Uttarakhand- दो अस्पतालों में भी नहीं मिल पाया उपचार…… ठंड में भटकती रही गर्भवती….. और फिर….

उत्तराखंड राज्य में कुछ जिलों की चिकित्सा व्यवस्था बेहद ही खराब है। बता दें कि राज्य के चंपावत में अस्पताल के अंदर तैनात डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक महिला को कड़ाके की ठंड में बच्चे को जन्म देना पड़ा। बता दें कि गर्भवती महिला को जनपद के दो अस्पतालों में उपचार नहीं मिल पाया। पहले पाटी पीएचसी ने बच्चे की धड़कन में दिक्कत बताकर रेफर किया तो जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना कोई उपचार दिए गर्भवती महिला को हायर सेंटर रेफर कर दिया और गर्भवती महिला कड़ाके की ठंड में यहां से वहां भटकती रही। बाद में गर्भवती को हायर सेंटर ले जाते वक्त एंबुलेंस में ही महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। बता दें कि इस घटना से अस्पताल स्टाफ की लापरवाही साफ नजर आ रही है। जच्चा-बच्चा टनकपुर उप जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। बता दें कि 22 वर्षीय हेमा निवासी पार्टी ब्लॉक गर्भवती थी जिसे डॉक्टरों ने जनवरी माह में डिलीवरी की डेट दी थी लेकिन दिक्कत अधिक होने के कारण वह रात्रि करीब 10:00 बजे पार्टी पीएचसी पहुंच गई मगर वहां पर डॉक्टरों ने कहां की बच्चे की धड़कन तेज है इसलिए उन्होंने गर्भवती महिला को रेफर कर दिया और जब ठंड में वह जिला अस्पताल पहुंचे तो वहां भी डॉक्टरों ने बिना कोई उपचार दिए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। बता दें कि हायर सेंटर जाते वक्त एंबुलेंस में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया। महिला के परिवार वालों ने डॉक्टरों पर अनदेखी और लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि गर्भवती महिला हेमा को डॉक्टरों ने अच्छे से नहीं देखा।