Uttarakhand- ऑनलाइन व्यवसाय में साझेदारी का झांसा देकर 7 लाख रुपए की ठगी

वर्तमान समय में उत्तराखंड राज्य से ठगी, चोरी आदि के मामले काफी अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं। बता दें कि एक ऐसा ही मामला देहरादून से सामने आया है जहां एक वाडिया संस्थान के निदेशक की पत्ती से ऑनलाइन व्यवसाय में साझेदार बनाने का झांसा देकर 7 लाख 70 हजार रूपए की ठगी की गई है। बता दें कि निदेशक की पत्नी की तहरीर पर वसंत विहार थाना पुलिस ने दोनों आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया है। पुलिस के अनुसार पीड़िता तुंपा सैन ने तहरीर में बताया कि उसके पति डॉक्टर कालाचांद वाडिया संस्थान में निदेशक है और सीमा शर्मा नाम की महिला से कुछ माह पहले उसकी मुलाकात हुई थी। इस साल सीमा शर्मा ने व्यवसाय के लिए पंजीकरण के नाम पर 24 मार्च को उनसे ₹50000 अपने बैंक अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए जिसके बाद 25 मार्च को 3 लाख 70 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए गए। इसके बाद 5 अप्रैल को ढाई लाख रुपए ट्रांसफर करवाए गए और सीमा ने निदेशक की पत्नी से कहा कि जल्द ही व्यवसाय करने के लिए प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा और उसके बाद अप्रैल माह में ज़ूम मीटिंग के दौरान सीमा शर्मा के साथ एक कैलाश मिश्रा नाम का व्यक्ति भी जुड़ा दोनों ने स्वघोषणा पत्र ले लिया और यह पत्र सीमा शर्मा को मेल पर भेजने को कहा। जब उन्होंने इस बारे में पूछा तो कैलाश मिश्रा का कहना था कि यह केवल एक औपचारिकता है। जब पीड़िता द्वारा इस मामले में जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि यह दोनों ही आरोपित क्यूनेट का व्यवसाय करते हैं और दोनों की कंपनी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं। कंपनी का लेनदेन विदेश से होता है और यह लोग लोगों से करोड़ों रुपए ठगते हैं। जब पीड़िता ने उमसे अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने आधे ही पैसे वापस किए।फिलहाल वसंत विहार पुलिस द्वारा कैलाश मिश्रा और सीमा शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है तथा पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।