Uttarakhand- कॉल सेंटर में एक युवती और दो युवकों को बनाया गया बंदी…… जानिए क्या है पूरा मामला

उत्तराखंड राज्य के ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के अंतर्गत कुनाऊ गांव में एक कॉल सेंटर संचालक ने दो युवक और एक युवती को बंदी बनाकर रखा था। बता दें कि कॉल सेंटर के संचालक ने जबरन एक युवती और दो युवकों को यहां पर रोक कर रखा था जिसके बाद आज दिनांक 5 अक्टूबर 2022 को बुधवार की सुबह जैसे ही इन्हें मौका मिला यह तीनों वहां से भाग निकले और उनके भागने के बाद कॉल सेंटर का संचालक भी फरार हो गया है। पूछताछ के दौरान कॉल सेंटर में बंदी बनाए गए युवक और युवती ने बताया कि कॉल सेंटर का संचालन गौरव नाम के व्यक्ति द्वारा किया जाता है। जो कि ऋषिकेश के आवास विकास कॉलोनी में रहता है। यह मूल रूप से आगरा निवासी है तथा उसके साथ उसके तीन सहयोगी वसीम, गुलाम और मुस्कान भी रहते हैं।

युवती और युवकों ने बयान देते हुए बताया कि जब से वह कॉल सेंटर में काम करने के लिए आए हैं तब से उन्हें बाहर नहीं जाने दिया गया था तथा जबरन उन्हें यहां रोक कर रखा गया था। लेकिन बुधवार की सुबह जैसे ही उन्हें मौका मिला वह लोग वहां से भाग कर आ गए हैं। बैराज के पास पहुंचते ही कॉल सेंटर के संचालक गौरव ने इन तीनों में से एक युवक अरूप कुमार का फोन गंगा में फेंक दिया। बता दें कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है तथा इस मामले में जानकारी देते हुए कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी द्वारा बताया गया है कि यह मामला प्रथम दृष्टया देखने पर इंटरनेशनल कॉल सेंटर से जुड़ा हुआ लग रहा है। कॉल सेंटर संचालक द्वारा कुनाऊ गांव में दो कमरे किराए पर लिए गए थे जहां यह कॉल सेंटर संचालित हो रहा था। बता दें कि कॉल सेंटर से भागे युवक और युवती के नाम अरूप कुमार पुत्र चितरंजन, लिंडा और रिचर्ड है। यह तीनों रामपुर असम के निवासी बताए जा रहे हैं। यह मामला थाना लक्ष्मण झूला पौड़ी गढ़वाल से जुड़ा हुआ है इसलिए ऋषिकेश पुलिस द्वारा यह मामला उन्हें सौंप दिया गया है। जिसके बाद लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद गुसाई द्वारा बताया गया कि वे लोग अपने स्तर पर इस मामले की जांच में जुट चुके हैं तथा जल्द ही इसका पर्दाफाश किया जाएगा।