
उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी में बेस अस्पताल आयुष्मान योजना के भरोसे मरीज डायलिसिस करवाने के लिए आए मगर बीते गुरुवार को डायलिसिस कराने के लिए मरीजों और तीमारदारों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। घंटों तक मरीजों को इलाज का इंतजार करना पड़ा। बता दें कि इस दौरान परेशानी झेल रहे तीमारदारों द्वारा सबसे पहले बेस अस्पताल और फिर डीएम कैंप कार्यालय में हंगामा किया गया दरअसल मामला यह है कि तीमारदार अपनी पत्नी का डायलिसिस कराने आए थे जिसके लिए उन्होंने इधर-उधर चक्कर काटे और जब इलाज नहीं मिला तो वह अपने आंसू नहीं रोक पाए।
बता दें कि हल्द्वानी बेस अस्पताल के अंतर्गत डायलिसिस सेवा देने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में नेफ्रोप्लस हेल्थ केयर सर्विसेज को अनुबंधित किया गया है।कंपनी ने बीते गुरुवार को आयुष्मान भारत कार्ड के तहत डायलिसिस देना बंद कर दिया क्योंकि उस पर पहले से 5 करोड़ रुपया बकाया है। काफी परेशानी झेलने के बाद करीब 8 घंटे बाद जाकर शाम को मरीजों को डायलिसिस की सेवा मिली। इस दौरान तीमारदार इधर-उधर चक्कर काटते दिखें और आक्रोशित हुए तीमारदारों ने अस्पताल तथा डीएम कैंप कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसके 8 घंटे बाद जाकर डायलिसिस की सेवा शुरू की गई।
