
हल्द्वानी। आंख हमारे शरीर का ऐसा हिस्सा है जिन्हें काफी सावधानी से साफ करना पड़ता है यही नहीं बल्कि हमारे शरीर का सबसे कोमल भाग भी आंखें हैं जब आंखों पर चोट लग जाती है तो हमें संभालना काफी मुश्किल हो जाता है और कार्निया आंख का दो तिहाई भाग है जिस पर बाहर का प्रकाश पड़ता है तथा इस पर हर समय चोट लगने की आशंका रहती हैं खासकर तब जब हम बाइक चला रहे होते हैं या खेतों में काम कर रहे होते हैं मगर कार्निया में चोट लगने पर हमें ना ही आंखों में अपने मन से कोई दवाई डालने चाहिए और ना ही उन्हें मलना चाहिए। यदि ऐसा किया तो इससे संक्रमण बढ़ने के साथ-साथ आंख की रोशनी भी जा सकती है। इस मामले में बेस अस्पताल की वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कल्पना पांडे ने कुछ सुझाव दिए हैं उनका कहना है कि कार्निया में यदि हल्के चोट लगी हो तो वह 24 घंटे के भीतर खुद ही ठीक हो जाती हैं मगर वहीं दूसरी तरफ गहरी चोट लगने पर संक्रमण की आशंका कई गुना अधिक बढ़ जाती है इसलिए जब भी हमें जब भी कार्निया पर चोट लगे तो हमें नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। चोट लगने के बाद दो से 3 दिन तक हर व्यक्ति अपनी आंखों को धोता रहता है मगर यह आंखों के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है और ना ही अपने मन की दवा डालना आंखों के लिए ठीक है।यदि मेडिकल स्टोर वाले भी आंखों के लिए दवा दे रहे हैं तो वह प्लेन एंटीबायोटिक ही दें इस बात का सुझाव भी डॉक्टर पांडे द्वारा दिया गया है।


