Uttarakhand- रात को दो मजदूरों के खाते में आए 90 लाख सुबह मचा बवाल, पढ़ें पूरी खबर

हरिद्वार। रात के समय में हरिद्वार के दो मजदूरों के खातों में 90 लाख रुपए की धनराशि आ गई जिसे देख कर सब हैरानी में पड़ गए मगर यह मामला तब पूरी तरह से खुल गया जब सुबह होते ही राजस्थान की पुलिस टीम मजदूरों के घर पहुंची। दरअसल मामला यह है कि युवकों के खातों में यह 9000000 रुपए की धनराशि साइबर ठगी के दौरान पहुंची हैं। जब राजस्थान की पुलिस युवकों को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची तो टीम को स्वजनों ने घेर लिया और कहा कि युवक मेहनत मजदूरी करते हैं और टूटे मकान पर रहते हैं यही नहीं बल्कि कांग्रेस के नेताओं ने भी इसका विरोध जताया और कहा कि युवक मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं। पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए जिन्होंने मजदूर युवकों की आड़ में अपने नाम के खाते खोले हैं। दरअसल पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान में साइबर ठगी हुई हैऔर ठगी के नब्बे लाख रूपए हरिद्वार निवासी युवकों के खातों में पहुंचे हैं इस जानकारी को देने के बाद पुलिस ने हरिद्वार के कनखल और ज्वालापुर क्षेत्र से दो युवकों को हिरासत में ले लिया जबकि मोहल्ले वालों ने इसका विरोध भी किया। बताया जा रहा है, कि इन दोनों युवकों में से एक युवक महापौर अनीता शर्मा के पति अशोक शर्मा के कार्यालय में कर्मचारी हैं और जैसे ही इस बात की सूचना मिली अशोक शर्मा सहित कई कांग्रेस के नेता रेल चौकी और फिर कोतवाली ज्वालापुर पहुंच गए वहां पर ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर समेत कई लोग आ गए और कहने लगे कि दोनों युवक मेहनत मजदूरी करके टूटे-फूटे मकान में रहते हैं और यदि उन्हें धोखाधड़ी करनी होती तो वे अपने नाम का खाता नहीं खोलते इसलिए उन लोगों को पकड़ा जाए जिन्होंने इन युवकों की आड़ में खाता खोला है। वहीं दूसरी तरफ पूछताछ करने पर मजदूर युवकों ने पुलिस को बयान दिया कि ज्वालापुर निवासी एक युवक ने उन्हें ₹50000 का लोन दिलाने का दावा किया और बताया गया कि 50000 के लोन के बदले केवल ₹40000 ही लौटाने हैं और यह सब सुनकर वह खाता खोलने के लिए राजी हो गए तब खाता खुलवाने वाला व्यक्ति लैपटॉप लेकर आया और उनके दस्तावेज लेकर सड़क पर ही खाते खुलवा दिए तथा बदले में उन्हें एटीएम और पासबुक भी नहीं दी मजदूर युवकों ने बताया कि उन्हें लेनदेन की कोई भी जानकारी नहीं है जब पुलिस को यह सारी बातें बताई गई तो पुलिस ने उन्हें नहीं पकड़ा। इस बात पर अब सवाल भी उठ रहे हैं।