
बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के नाम 21 जीवन बीमा पॉलिसी का पता चला है| जिसमें बंगाल के पूर्व मंत्री एवं शिक्षा भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी नॉमिनी है| ईडी ने अपनी जांच में इसका खुलासा किया है| ईडी की टीम जांच के लिए पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के अपा नामक बंगले पर पहुंची| जमीन गीली होने के कारण संदेह होने पर बंगले के बगीचे की मिट्टी खोदकर तलाशी ली गई| घोटाले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के नाम से एक और कंपनी ‘अपा यूनिटी सर्विसेज’ की जानकारी मिली है| इस संस्था के पास 4 फ्लैट है| यह संयुक्त रूप से खरीदे गए हैं| अर्पिता मुखर्जी की एक फर्जी कंपनी के ठिकाने पर मैरिज हॉल और पार्लियामेंट मिला है| साथ ही एक कंपनी का डायरेक्टर चपरासी है| ईडी ने दावा किया कि चटर्जी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं| अर्पिता के फ्लैट से बरामद 22 मोबाइल और डिजिटल उपकरणों से कई जानकारी मिली है| यह माना जा रहा है कि इसके आधार पर पार्थ और अर्पिता से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है| अर्पिता के फ्लैट से ईडी को गहनों का खजाना मिला है| बताया जा रहा है कि यदि अधिकारियों ने अदालत को एक सूची दी है| जिसमें गहनों का पूरा ब्यौरा है| अदालत को दी गई सूची के मुताबिक, अर्पिता के दो फ्लैटों की जांच में सोने की 11 चूड़ियां, चार हार, सोने का एक पेन, 5 अंगूठी, सोने की 7 चेन और छह कंगन शामिल है| कंगनों का वजन 50 ग्राम है| अभी तक इस मामले में 50 करोड़ की बरामदगी हो गई है|
कोलकाता की पंडितीय रोड पर एक फ्लैट का दरवाजा तोड़कर छापेमारी की जानकारी के मुताबिक, यह फ्लैट अर्पिता के करीबी दोस्त का है| पहले नकली चाबी से दरवाजा खोलने की कोशिश की गई, आखिर में ईडी अधिकारी दरवाजा तोड़कर फ्लाइट में घुसे वहां कई घंटे छापेमारी की कार्यवाही चली| फ्लैट में नगदी और बेनामी जमीनों के कागज रखे होने से शक में छापेमारी हुई थी|
