विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री बने भारतवंशी इंदरमीत

नई दिल्ली| भारत के इंदरमीत गिल को विश्व बैंक ने मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया है| विश्व बैंक की सहायक संस्था बहुपक्षीय विकास बैंक में उनकी नियुक्ति 1 सितंबर 2022 से प्रभावी होगी| कौशिक बसु के बाद गिल विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में सेवा देने वाले दूसरे भारतीय होंगे| बसु 2012 से 2016 तक विश्व बैंक में रहे थे| गिल फिलहाल विश्व बैंक में इक्विटेबल ग्रोथ फाइनेंस इंस्टीट्यूशंस के वाइस प्रेसिडेंट है| विकास अर्थशास्त्र में अहम योगदान के लिए उन्हें जाना जाता है| गिल को मुख्य अर्थशास्त्री के साथ-साथ विकास अर्थशास्त्र का सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया है| वह कारमेन रेनहार्ट की जगह लेंगे| गिल ने कहा कि कारमेन रेनहार्ट बड़ी लकीर खींच कर गए हैं और उनके लिए इस पर चलना सम्मान की बात है|
इंदरमीत ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की है इसके बाद दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ही परास्नातक की डिग्री हासिल की है| उच्च शिक्षा के लिए वो फिर अमेरिका चले गए| जहां उन्होंने शिकागो यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि हासिल की| गिल नोबेल पुरस्कार विजेता गैरी बेकर और रॉबर्ट लुकास जूनियर के शिष्य रह चुके हैं|