
रामनगर। क्षेत्र के कानिया गांव निवासी मनोज कुमार की पत्नी नेहा को रात में प्रसव पीड़ा शुरू हो गई जिसके बाद स्वजन उसे चिकित्सालय लाए और चिकित्सालय प्रबंधन ने महिला का परीक्षण कर हालत गंभीर बताकरत था हॉस्पिटल में चिकित्सकों की कमी बताकर उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में रेफर कर दिया जिसके बाद महिला की मुखानी हल्द्वानी में एंबुलेंस में ही नॉर्मल डिलीवरी हो गई जिसमें एंबुलेंस के ईएमटी भावेश ने महिला के परिजनों की डिलीवरी में मदद की। डिलीवरी के बाद महिला को एसटीएच हल्द्वानी में भर्ती करवाया गया।वहां पर महिला के पति मनोज कुमार द्वारा बताया गया कि रामनगर के अस्पताल में प्रबंधन ने डॉक्टर की कमी बताकर उनकी पत्नी को रेफर कर दिया और अब चिकित्सालय प्रबंधन पर लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब महिला की नार्मल डिलीवरी हो सकती थी तो उसे रेफर क्यों किया गया। दरअसल सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए काफी धनराशि खर्च करती है मगर उसके बाद भी कई मरीजों को अस्पताल से उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है जिस कारण मरीज और उनके परिजन हमेशा परेशान रहते हैं। चिकित्सालय प्रबंधन पर उठे सवाल के बाद रामनगर अस्पताल की सीएमएस चन्द्रा पंत से भी संपर्क करने की कोशिश की गई मगर उनका भी फोन नहीं लगा।


