
हल्द्वानी। वर्तमान समय में उत्तराखंड राज्य में मानसून दस्तक दे चुका है जिसके बाद राज्य में लगातार रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है जिससे उमस भी बढ़ रही है और ऐसे में बच्चों को कई रोग जैसे घमौरी, लाल चकत्ते, इचिंग, उल्टी-दस्त व सर्दी- बुखार हो रहे हैं अब ऐसे मौसम में बच्चों का कैसे ख्याल रखना है इसके लिए सुशीला तिवारी की बाल रोग की विभागाध्यक्ष डॉ ऋतु रखोलिया के विचारो को हम जानेंगे। डॉ ऋतु रखोलिया का कहना है कि वर्तमान समय में पीलिया, बुखार, टाइफाइड और उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है यहां तक कि डिहाइड्रेशन के सीरियस मामलों में कई बच्चों को भर्ती भी करना पड़ रहा है और ऐसे में जब बच्चों को बुखार पेट दर्द उल्टी दस्त और पीली पेशाब हो रही हो तो अभिभावकों को समझ जाना चाहिए कि बच्चे टाइफाइड पीलिया या फिर हेपेटाइटिस के शिकार हैं जोकि दूषित जल, कटे फल- सब्जी और बाहर का दूषित खाना खाने से होते हैं।उन्होंने साथ में कुछ उपाय भी बताए हैं उनका कहना है कि जब उल्टी- दस्त हो तो शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए इसके लिए बार-बार पानी और ओआरएस का घोल पीना चाहिए और उल्टी होने पर डॉक्टर की सलाह से ओंडेंसेट्रान व जिंक की सिरप या फिर टेबलेट दे।और पीलिया होने पर घरेलू उपचार करने से बेहतर है कि जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं और जब बच्चों के शरीर पर लाल दाने, चकते आदि हो जाए तो उन पर किसी कॉस्मेटिक क्रीम या फिर तेल का प्रयोग ना करें बल्कि उनकी सफाई पर अधिक ध्यान दें और जब यह सब अधिक दिनों तक रहे तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।


