अल्मोड़ा तथा बागेश्वर के जंगलों में भड़की आग…… जानिए कितने हेक्टेयर जंगल हुए खाक

उत्तराखंड के अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ अल्मोड़ा और बागेश्वर में भी फायर सीजन के दौरान जंगलों में आग भीषण रूप लेने लग गई हैं। पारा चढ़ने के कारण जंगलों में आग लगने की घटनाएं तेज हो गई हैं। और इससे वन विभाग की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। बता दे कि अल्मोड़ा व रामनगर वन प्रभाग की सीमा पर मोहान रेंज का जंगल भीषण आग की चपेट में आ गया है जिससे कि कई हेक्टेयर जंगल खाक हो गए हैं। वही गादी रेंज से अतिरिक्त कर्मचारियों को भी बुला लिया गया है इससे वन्यजीवों के जीवन को काफी नुकसान पहुंचा है। तथा रानीखेत से लगे द्वारसौ व द्वाराहाट क्षेत्र के जंगल भी आग में जल रहे हैं तथा रामनगर और अल्मोड़ा वन प्रभाग की सीमा से लगे बौड़ का चीड बहूल जंगल भी बीते शनिवार को धधक उठा।
वहीं शनिवार को बागेश्वर के मनकोट, फलयांटी, छतीना के जंगल भी रात भर आग में जलते रहे जिसके चलते वन विभाग की टीम ने आग बुझाने के खूब प्रयास किए मगर आग और अधिक तेज हो गई। तथा बता दे कि 19 लाख रुपए की लागत से जौलकांडे में बना मॉडल क्रू- स्टेशन भी आग बुझाने में कोई मायने नहीं रख रहा है। बारिश के थमने के बाद लगातार जंगलों में आग लग रही हैं जिसे बुझाने के लिए वन विभाग की टीम भी पर्याप्त नहीं है।