बीते 10 अप्रैल 2022 से पूरे देश में निजी व सरकारी केंद्रों में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन की सतर्कता डोज मोहिया करा दी गई है। मगर उत्तराखंड राज्य में अब अधिकतर निजी अस्पताल वैक्सीन की सतर्कता डोज उपलब्ध कराने के लिए अपने हाथ पीछे खींच रहे हैं जिसका सबसे बड़ा कारण यह है कि निजी केंद्रों ने वैक्सीन तो महंगे दामों में खरीदी थी मगर अब जनता के लिए उनकी कीमत घटने से उन्हें घाटा हो रहा है। और वहीं दूसरी तरफ बीते रविवार को लोगों ने भी निजी केंद्रों की जगह सरकारी केंद्रों से वैक्सीन लेना अधिक पसंद किया क्योंकि वहां पर वैक्सीन निशुल्क मिल रही थी। बता दें कि कोविशीलड की प्रति खुराक ₹600 से घटाकर ₹225 कर दी गई है। और वही कोवैक्सीन की कीमत भी 1200 रुपए प्रति खुराक से घटाकर ₹225 कर दी गई है जिससे निजी केंद्रों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। क्योंकि उन्होंने वैक्सीन को अधिक दामों में खरीदा था मगर अब कम दामों पर उन्हें बेचनी पड़ रही है ऐसे में कई निजी केंद्र लोगों को वैक्सीन मुहैया करवाने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। बता दें कि राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने इस मामले में कहा है कि बीते रविवार को निजी अस्पतालों में सतर्कता डोज नहीं लग पाई क्योंकि महंगी खरीदी गई वैक्सीन को अस्पताल सस्ते में लगाने के लिए राजी नहीं है।
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