अल्मोड़ा -: बीते दिनों बारिश से धरती पर पानी तो खूब बरसा है मगर अब पानी को लोग तरसने लगे हैं दरअसल बारिश के बाद आई आपदा से पानी की सप्लाई के सारे साधन टूट फूट गए हैं सारे धारे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं अल्मोड़ा में ढाई लाख से भी ज्यादा आबादी पानी को तरस रही है
दंत कथाओं से पता चलता है कि प्राचीन समय में पहाड़ों में नौलो व धारों की भरमार हुआ करती थी मगर आज काफी सारे नौले सूख चुके हैं तथा बंजर पड़े हैं। अल्मोड़ा जिले में 637 पेयजल योजनाएं चलाई गई थी जिनमें से 130 योजनाएं पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। जिसमें अल्मोड़ा की 77 तथा रानीखेत की 24 व सल्ट की 29 योजनाएं काम नहीं कर रही है जिसकी वजह से लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।
विभागीय जानकारी के मुताबिक पता चल पाया है कि बरसात से हुई क्षतिग्रस्त जल सप्लाइ को अस्थाई रूप से शुरू करने के लिए 25 लाख़ व स्थाई रूप से सुचारू बनाने के लिए दो करोड़ 45 लाख रुपए की आवश्यकता है विभाग ने इसकी गणना कर प्रशासन को भेज दिया है जैसे ही प्रशासन से आर्थिक सहायता मिलती है वैसे ही जलापूर्ति के काम को सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा मगर तब तक जिले में अस्थाई रूप से जलापूर्ति करने की व्यवस्था की जाएगी।